प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरक जिंदगी के बारे में जानने के लिए अब आपको उनके ऊपर लिखी पुस्तकों के पन्ने पलटने की जरूरत नहीं है। सिर्फ एक क्लिक से आप उनके जीवन के अनछुए पहलुओं से परिचित हो सकेंगे। स्वयंसेवकों की पहल पर ‘मोदी स्टोरी” नामक वेबसाइट शुरू की गई है। वेबसाइट में प्रधानमंत्री के जीवन को करीब से देखने वालों के अनुभवों और यादों का संकलन है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पोती सुमित्रा गांधी कुलकर्णी ने यह वेबसाइट लांच की। वेबसाइट ने लोगों से आग्रह किया है कि अगर उनके पास प्रधानमंत्री मोदी से जुड़ी व्यक्तिगत यादें, राइट-अप, आडियो या विजुअल रूप में किस्से-कहानियां, फोटो या पत्र हों तो उसे साझा कर सकते हैैं। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी ने अपने टि्वटर हैैंडल पर इस वेबसाइट (मोदीस्टोरी.इन) को साझा करते हुए लिखा, ‘धैर्य और अनुग्रह की कहानियां, व्यक्तिगत मुलाकातों की जादुई यादें, एक मिलनसार व्यक्तित्व, एक निर्ण्ाायक राजनीतिक व्यक्तित्व को दर्शाती बातचीत, अब तक अनकही, अनसुनी कहानियां।” केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने वेबसाइट को साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘एक स्वयंसेवी समूह द्वारा अनूठी पहल को देखें! पीएम नरेन्द्र मोदी जी की यात्रा और सार्वजनिक जीवन में कार्य की दिलचस्प कहानियां और किस्से।”
गुजरात के डा. अनिल रावल ने 1980 के आसपास मोदी द्वारा उनके साथ यात्रा के दौरान सुनाई गई एक दिल दहला देने वाली कहानी साझा की है। डा. रावल ने मोदी से पूछा था, ‘आखिर में खड़े व्यक्ति के उत्थान के लिए आपकी क्या प्रतिबद्धता है?” इस पर उन्होंने एक घटना को याद किया जब वह एक स्वयंसेवक के घर गए थे और वहां दोपहर का भोजन किया था।
पीएम मोदी को कोट करते हुए डा. रावल ने कहा, ‘स्वयंसेवक अपनी पत्नी और बच्चे के साथ एक झुग्गी में रहते थे। एक थाली में उन्होंने मुझे बाजरे की आधी रोटी और छोटी कटोरी में दूध परोसा। उनका बच्चा अपनी मां की गोद में बैठा था और उसकी नजर मेरी थाली में दूध की कटोरी पर थी। मैैंने पानी के साथ आधी रोटी खाई और दूध छोड़ दिया। मां ने दूध की कटोरी बच्चे को दी तो वह एक ही सांस में पूरा दूध पी गया। मेरी आंखों में आंसू आ गए। तभी मैैंने आखिरी व्यक्ति के उत्थान के लिए अपनी जिंदगी जीने का फैसला किया।” इसी तरह गुजरात के रोहित अग्रवाल ने बताया कि किस तरह मोदी ने आपातकाल के दौरान ‘सरदारजी” (सिख) का वेष धारण कर लिया था और पुलिस के हाथों आने से बाल-बाल बचे थे।
पंजाब के भाजपा नेता मनोरंजन कालिया ने बताया कि पीएम मोदी चुनाव प्रचार के दौरान बच्चों के लिए टाफी लेकर जाने की सलाह देते थे। मोदी ने अपने राजनीतिक करियर के शुरुआती दिनों में पंजाब में बहुत अधिक समय तक काम किया था। इसी तरह इस वेबसाइट में पीएम मोदी से जुडीं तमाम लोगों की यादों और अनुभवों को संकलित किया गया है। इनमें गुजरात के वडनगर स्थित जिस स्कूल में मोदी पढ़े थे उसके प्रिंसिपल रासबिहारी मनियार, 1990 के आसपास यात्रा के दौरान अक्सर जिनके घर में ठहरते थे वह शारदा प्रजापति, ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा, बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद शामिल हैैं।