रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकार रोजगार के तौर पर पुरोहित, प्रवचनकार और ज्योतिषी भी तैयार करेगी। इसके लिए छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम ने पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है। बताया जा रहा है कि इस साल से प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों में इन पाठ्यक्रमों की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम्म ने बताया है, नए शिक्षा सत्र से संस्कृत के चार विषयों में रोजगार मूलक डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रारंभ होगा। यह डिप्लोमा पाठ्यक्रम, पौरोहित्यम (कर्मकांड) प्रवचनम, ज्योतिष शास्त्रम और योगदर्शनम के शुरू किए जाएंगे। सभी चारों डिप्लोमा पाठ्यक्रम एक वर्षीय होंगे। स्कूल शिक्षा विभाग ने इन चारों डिप्लोमा पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान कर दी है। अधिकारियों ने बताया, डिप्लोमा पाठ्यक्रम में कक्षा 10वीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं प्रवेश ले सकेंगे। इसके लिए अध्ययन केन्द्र संस्कृत विद्यामण्डलम् द्वारा निर्धारित किए जाएंगे। पौरोहित्यम (कर्मकाण्ड) में सभी प्रकार की पूजा पद्धति के बारे में सिखाया जाएगा। प्रवचनम् के डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवचन, भगवत गीता, रामायण, महाभारत आदि विषयों के साथ ही संदर्भ ग्रंथों के माध्यम से अध्ययन-अध्यापन कराया जाएगा। ज्योतिष शास्त्रम् के डिप्लोमा में ज्योतिष के माध्यम से कई प्रकार के जानकारियां दी जाएंगी। इसी प्रकार योगदर्शनम् के डिप्लोमा पाठ्यक्रम में योग के माध्यम से अपने जीवन को किस प्रकार व्यवस्थित करना है, इस बारे में सिखाया जाएगा। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने पिछले साल ही इन पाठ्यक्रमों की घोषणा की थी।