
रायपुर, 17 जनवरी 2025 // छत्तीसगढ़ ने स्वच्छ पर्यावरण और नेट जीरो एमिशन के लक्ष्य को पाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में नगरीय ठोस अपशिष्ट से कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) उत्पादन के लिए छत्तीसगढ़ बायोफ्यूल विकास प्राधिकरण, गेल इंडिया लिमिटेड, भारत पेट्रोलियम और प्रदेश के छह नगर निगमों के बीच त्रिपक्षीय एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से प्रदेश में स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा, ऊर्जा की जरूरतें पूरी होंगी और सतत विकास की दिशा में छत्तीसगढ़ एक नई पहचान बनाएगा। उन्होंने संयंत्रों के निर्माण कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा करने की अपील की।
परियोजना के तहत प्रतिदिन 350 मीट्रिक टन नगरीय ठोस अपशिष्ट और 500 मीट्रिक टन अधिशेष बायोमास का उपयोग कर लगभग 70 मीट्रिक टन कंप्रेस्ड बायोगैस का उत्पादन होगा। इन संयंत्रों में करीब 600 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और राज्य को प्रतिवर्ष 6 करोड़ रुपये का जीएसटी प्राप्त होगा।
इस पहल से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी आएगी, जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा और छत्तीसगढ़ नेट जीरो एमिशन के लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ेगा।