छत्तीसगढ़ में सुबह लगभग 10.30 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर 4.1 तीव्रता दर्ज की गई है। भूकंप का केंद्र मध्यप्रदेश के ग्वालियर के दक्षिण-पूर्व में 28 किलोमीटर दूर जमीन से 10 किलोमीटर अंदर था। छत्तीसगढ़ के उत्तरी क्षेत्र में झटके ज्यादा महसूस किए गए हैं।
तेज गड़गड़ाहट के बीच हिली धरती
प्रदेश के सरगुजा संभाग में सबसे ज्यादा भूकंप का असर देखने को मिला है। अंबिकापुर में सुबह करीब 10ः30 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। लोग घबराकर अपने-अपने घरों से बाहर निकले गए। डर और भय का माहौल भी बना रहा। स्थानीय लोगों के अनुसार उन्होंने काफी देर तक झटके महसूस किए। डर की वजह से लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि किसी तरह के नुकसान की खबर अब तक नहीं है। अंबिकापुर में कॉलेज के छात्र भी फौरन क्लास से बाहर निकल गए हैं।मौसम विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र ग्वालियर के पास बंसी सलैया नामक स्थान पर था और यह जमीन से करीब 10 किलोमीटर भीतर केंद्रित था। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4 मापी गई है। सूरजपुर जिले के भटगांव क्षेत्र में दो सरकारी स्कूलों की दीवारों में हल्की दरार पड़ गई है। कुछ सरकारी स्कूलों में घटना के बाद से अवकाश भी दे दिया गया।
शुक्रवार सुबह लोग नवरात्र की पूजा अर्चना में व्यस्त थे। कार्यालयों में भी कामकाज शुरू हो गया था। स्कूलों में भी पढ़ाई चल रही थी। इसी बीच सुबह करीब 10.31 में अचानक तेज आवाज के बीच धरती हिलने लगी। कुछ सेकेंड तक यह कंपन लोगों को महसूस हुआ। खास करके ऐसे लोग जो पहली या दूसरी मंजिल पर थे उन्हें यह कंपन ज्यादा तेज महसूस हुआ। लोगों को यह समझते देर नहीं लगी कि यह भूकंप का ही झटका है और पलक झपकते लोग अपने अपने घरों, कार्यालयों से बाहर निकल आए। काफी देर तक भूकंप की घटना को लेकर लोगों में चर्चा होती रही।