रायपुर, 25 मार्च 2025: जशपुर जिले को राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर एक नई पहचान दिलाने की दिशा में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज ऐतिहासिक कदम उठाया। उन्होंने मयाली नेचर कैंप में साहसिक खेलों के एडवेंचर जोन का शुभारंभ किया और जिले में तीन प्रमुख पर्यटन सर्किटों — स्पिरिचुअल एंड हेरिटेज, नेचर एंड वाइल्डलाइफ, और एडवेंचर सर्किट— का लोकार्पण किया।
इस पहल का उद्देश्य न केवल पर्यटकों को आकर्षित करना है, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान करना है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह योजना क्षेत्र के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी और आर्थिक विकास को गति देगी।

एडवेंचर जोन में रोमांचक गतिविधियां
मयाली नेचर कैंप में पर्यटकों के लिए पोंटून बोटिंग, एक्वा साइक्लिंग, कयाकिंग, स्पीड बोटिंग और बम्पर बोट जैसी रोमांचक गतिविधियां शुरू की गई हैं। मुख्यमंत्री ने खुद पोंटून बोट पर सवार होकर मधेश्वर महादेव के मनोरम दृश्य का आनंद लिया।
तीन पर्यटन सर्किटों की खासियत
- स्पिरिचुअल एंड हेरिटेज सर्किट:
- कोतेबीरा, तमता, कैलाश गुफा, मधेश्वर पहाड़, शारदा धाम और ग्वालिन सरना जैसे पवित्र स्थलों को शामिल किया गया है।
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धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
- नेचर एंड वाइल्डलाइफ सर्किट:
- मकरभंजा जलप्रपात, बादलखोल अभ्यारण्य, रानीदाह और सारुडीह के चाय बागान आकर्षण का केंद्र होंगे।
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प्रकृति प्रेमियों के लिए यह सर्किट किसी स्वर्ग से कम नहीं होगा।
- एडवेंचर सर्किट:
- दनगरी कैम्प साइट, बेलवार जलप्रपात, देशदेखा हिल कैम्प, सरना ईको एथेनिक रिसोर्ट जैसे स्थान शामिल हैं।
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साहसिक खेलों में रुचि रखने वालों के लिए यह सर्किट परफेक्ट डेस्टिनेशन होगा।
जनजातीय युवाओं के लिए पर्वतारोहण प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि जशपुर के जनजातीय युवाओं को हिमाचल प्रदेश की मियाड़ घाटी में पर्वतारोहण और रोप क्लाइम्बिंग का प्रशिक्षण मिलेगा। प्रशिक्षित युवा लौटकर अपने अनुभव साझा करेंगे, जिससे स्थानीय पर्यटन को और मजबूती मिलेगी।
महिलाओं को मिला रोजगार का नया जरिया
मयाली नेचर कैंप में लक्ष्मी और तुलसी स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री को बताया कि पर्यटन के कारण उनकी आजीविका में सुधार हुआ है। महिलाओं ने मुख्यमंत्री को मधेश्वर महादेव की लकड़ी से बनी कलाकृति भेंट कर आभार जताया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह पहल पर्यटन को सिर्फ एक सैर-सपाटे तक सीमित नहीं रखेगी, बल्कि स्थानीय युवाओं और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी। जशपुर की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की यह एक महत्वपूर्ण शुरुआत है।










