
छत्तीसगढ के बलरामपुर जिले के सामरी विधायक और संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और संगठन मंत्री पवन साय के समक्ष भाजपा में शामिल हो गए। वह सामरी विधानसभा से टिकट कटने के कारण नाराज चल रहे थे। कुछ दिनों पूर्व कुसमी के श्रीकोट में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के साथ बैठकर भोजन किया था। चर्चा के दौरान जब बृजमोहन अग्रवाल ने उन्हें भाजपा में आने न्योता दिया था।
बृजमोहन अग्रवाल से बातचीत के दौरान चिंतामणि महाराज ने उनसे सामरी या अंबिकापुर विधानसभा से भाजपा की टिकट की मांग की थी। इसके जवाब में पूर्व मंत्री ने उन्हें सरगुजा लोकसभा सीट का आफर दिया था। इस घटना के बाद से ही चिंतामणि महाराज के भाजपा प्रवेश को लेकर अटकलें तेज हो गई थी, आखिरकार उन्होंने भाजपा प्रदेश प्रभारी के समक्ष भाजपा प्रवेश कर लिया। इसके पूर्व भी चिंतामणि महाराज भाजपा में थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। उनके वापस भाजपा में शामिल होने पर भाजपाइयों द्वारा इसे घर वापसी के रूप में भी देखा जा रहा है। इस मसले को लेकर ओम माथुर ने कहा कि घर वापसी से भजपा को फायदा होगा जो इस चुनाव में दिखेगा।