मध्य प्रदेश बुरहानपुर जिले में पशु-पक्षी के साथ आम लोग चाइना मांझे के शिकार हो रहे हैं। मकर संक्रांति का पर्व आते ही मध्य प्रदेश में भी पतंगबाजी का दौर शुरू हो जाता है। बाजारों में पतंग और मजे की दुकानें भी सज गई है, लेकिन इस बार मध्य प्रदेश में चाइना का मांझा भी बिक रहा है। पतंगबाजी करने वाले लोग इस से ही आसमान में पतंगबाजी कर रहे हैं। ऐसे में पशु-पक्षियों के साथ वाहन चालक भी परेशान हो रहे हैं। पशु-पक्षी इस मांझे की चपेट में आने से घायल हो रहें है तो लोगों के हाथ और गर्दन भी कट रही है। ऐसे में अब जिला प्रशासन की ओर से चाइना मांझे को लेकर धारा 144 लगा दी गई है। यदि कोई भी दुकानदार चायना मांझे की बिक्री करता है,तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नॉर्मल मांझा साधारणतः हाथ से भी आसानी से तोड़ सकते हैं। उससे किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है, लेकिन चाइना का मांझा ऐसा होता है कि इसमें कांच की मात्रा सबसे तेज होती है। यह डोर नायलॉन की होती है। हाथ से तोड़ने पर भी नहीं टूटती है। गले या अंगुली में अटकने पर सीधे हाथ कट जाता है। आसमान में उड़ने वाले पंछी यदि इस मांझे की चपेट में आते हैं. तो वह भी घायल होकर जमीन पर गिर जाते हैं, जिससे उनकी भी मौत हो रही है। ऐसा ही एक मामला इंदिरा कॉलोनी क्षेत्र से भी सामने आया है। जहां पर चाइना मांझे की चपेट में आने से एक उल्लू के पर कट गए, जिससे वह घायल हो गया है
कलेक्टर भव्या मित्तल ने बताया कि चाइना मांझे को लेकर प्रतिबंध लगाया है। धारा 144 लागू की गई है। तहसीलदार और राजस्व के अवसर दुकानों पर पहुंचकर भी जांच कर रहे हैं, ताकि आदेश का पालन दुकानदार भी करें।