नक्सलियों पर नजर रखने के लिए अब तक सुरक्षा बल के जवान ड्रोन कैमरे की मदद लेते थे, लेकिन अब नक्सली भी ड्रोन की मदद लेने लगे हैं। वे इसकी मदद से सुरक्षा बलों की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। इसकी मदद से वे जवानों से बचने के अलावा उन पर हमला करने की रणनीति बना रहे हैं।
नक्सलियों की इस साजिश का पर्दाफाश छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर गिरफ्तार किए गए उनके तीन सहयोगियों से हुआ। पुलिस ने उनसे ड्रोन कैमरे के अलावा 10 जिलेटिन की छड़े, 160 मीटर कार्डेक्स तार, इलेक्ट्रिक डेटोनेटर आदि विस्फोटक सामग्री बरामद की है।
पूछताछ में तीनों ने बताया कि वे ड्रोन कैमरे और विस्फोटक नक्सलियों के ठिकाने पर पहुंचाने जा रहे थे। गत दिनों चरला पुलिस, भद्रादी कोठागुडेम स्पेशल पार्टी और 141 बटालिन के जवानों के संयुक्त वाहन जांच अभियान के दौरान तीन सप्लायर पूनम नागेश्वर राव, देवसुरी मल्लिकार्जुन और वैलेले पोंगुलु उमाशंकर पकड़े गए थे। इनमें से एक बीजापुर का है, जबकि दो तेंलगाना के हैं।