
विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही फिर चुनाव बहिष्कार का सिलसिला शुरू हो गया है। जशपुर के बादलखोल वन अभ्यारण्य के बीच बसे सात गाँवों के ग्रामीणों ने बैठक की और चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया। ये ग्रामीण अभयारण्य क्षेत्र में होने की वजह से सड़क निर्माण में बार बार वन विभाग की आपत्ति लगाए जाने से नाराज हैं।
बगीचा विकासखण्ड स्थित बादलखोल वन अभयारण्य क्षेत्र के अंदर कई गांव मौजूद हैं। कलिया बुटूँगा और गायलूँगा ग्राम पंचायत के 10 गांवों के प्रमुख लोगों ने बैठक की। बैठक में जोराजाम से गायलूँगा, गायलूँगा से बछरांव और कलिया से साहीडाँड़ मार्ग निर्माण के मांग पर चर्चा हुई। ग्रामीणों की सबसे ज्यादा नाराजगी जोराजाम से गायलूँगा तक बन रही 4 किलोमीटर की अधुरी सड़क को लेकर है।
इस सड़क का निर्माण काफी हद तक हो गया है, लेकिन 4 किलोमीटर तक की सड़क पर वन विभाग के द्वारा आपत्ति लगाए जाने से पिछले 5 सालों से निर्माण रुका हुआ है। इससे ग्रामीगों परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही गायलूँगा से बछरांव तक 7 किलोमीटर और कलिया से साहीडाँड़ तक 9 किलोमीटर तक की सड़क भी वन क्षेत्र होने के कारण स्वीकृत नहीं हो पा रही। इन सड़कों के नहीं बनने से ग्रामीण परेशान हैं और इसी वजह उन्होंने चुनाव बहिष्कार का फैसला किया है। ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के बाद से वे सड़क निर्माण की मांग कर रहे है पर आज तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई।