केशकाल के प्रसिद्ध पवित्र शिवधाम गढधनौरा (गोबरहीन) पधारने वाले श्रद्धालु भक्तों को प्यास बुझाने की बात तो दूर दर्शन-पूजन करने के पूर्व हाथ-पैर धोने और जलाभिषेक के लिए जल उपलब्ध नहीं है। पानी उपलब्ध करवाने के लिए लगभग 20 वर्ष पूर्व एक हैंडपम्प लगवाया गया था, जो अब तक निर्बाध गति से निरंतर सेवा दे रहा था। पिछले दिनों हैंडपम्प का हैंडल निकालकर उसमे सौर उर्जाकृत ओव्हर हेड टैंक स्थापित कर दिया गया। मगर यह लगभग 4-5 माह से बिगडा पडा है । इससे यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु और भक्तों को दो बूंद पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा है और आगंतुक पानी के लिए परेशान होकर व्यवस्था कोसते हुए लौटते हैं ।
मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने 6 जून को बेडमा प्रवास के दरम्यान जनसभा को संबोधित करते हुए श्रीराम वनगमन पथ में शामिल गढधनौरा-गोबरहीन के प्रसिद्ध स्थल को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने की घोषंणा की थी। विकास की संभावना और उम्मीद आने वाले भविष्य में टिकी हुई है, पर जो मूलभूत सुविधा पहले से ही थी उससे भी वंचित होना दुर्भाग्यजनक है ।
श्रावण मास मे निरंतर आगंतुकों की संख्या बढते जा रही है, जिसे ध्यान मे रखते अविलम्ब या तो सौर उर्जा चलित ओव्हर हेड टैंक सेवा को ठीक करवाने की आवश्यकता है। अगर मरम्मत संभव न हो तो सौरउर्जा वाला कबाड निकालकर फिर से पूर्ववत हैंडपम्प का हैंडल लगवा देना चाहिये, जिससे पंहुचने वालों को कम से पानी तो मिल ही जाये।