पीलीभीत। सूदखोरों के तगादे से परेशान होकर एक किसान ने सीने में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। जब ग्रामीणों ने खेत में शव को लहूलुहान पड़ा देखा, तो इसकी सूचना परिजनों को दी। मौके पर पहुंचे परिजनों ने शव को देख चीख-पुकार करना शुरू कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई, जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के भाई द्वारा मामले की तहरीर दी गई है। पीलीभीत जिले के कोतवाली बीसलपुर क्षेत्र के गांव शाहबाजपुर में ओम प्रकाश पर कई लोगों का कर्जा था। कर्जदार बार-बार उनसे कर्जा मांग रहे थे, जिससे परेशान होकर ओम प्रकाश (35) ने खुद को गोली मारकर मौत के घाट उतार लिया. जब ग्रामीण अपने खेतों पर जा रहे थे, तब उन्होंने ओमप्रकाश का लहूलुहान अवस्था में शव खेत की चकरोड पर पड़ा देखा। सूचना मिलते ही परिजन पहुंचकर चीत्कार करने लगे. पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई, घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम भी बुलाई गई। मामले की जांच पड़ताल करके मौके पर अवैध तमंचा बरामद हुआ, जिस को पुलिस ने कब्जे में लिया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। मृतक की पत्नी ममता ने बताया कि खेत में लगी फसल को आवारा पशु नष्ट कर देते हैं, जिसकी देखभाल करने के लिए ओम प्रकाश रात में खेत पर ही सोते थे। रोज की तरह शुक्रवार रात 8 बजे खेत पर गए थे, सुबह उनका शव मिलने की सूचना मिली। बताया गया कि बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक से करीब डेढ़ लाख रुपए का कार्य था एवं पांच प्रतिशत ब्याज पर भी सूदखोरों से पैसा ले रखा था। इसी कारण वह कर्ज दारों से परेशान थे, तभी उन्होंने परेशान होकर खुद को गोली मार ली।. बताया जा रहा है कि मृतक ओमप्रकाश के दो बेटे और एक बेटी है। बड़ा बेटा 16 वर्ष, छोटा 11 वर्ष और बेटी 8 वर्ष की है। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है।