फिल्म फेस्टिवल का नाम सुनते ही सबसे पहले जो छवि उभरती है वो ये कि कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय फिल्म देखने और अपने प्रिय सितारों से संवाद का अवसर। लेकिन, स्वाधीनता के अमृतकाल में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल आफ इंडिया (ईफी) में फिल्मों के प्रदर्शन और फिल्म मेकिग को लेकर संवाद से अलग एक पहल हुई है। यह पहल है दिव्यांगों के लिए फिल्म मेकिग कोर्स का। 21 से 27 नवंबर तक आयोजित इस कोर्स का संचालन भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआइआइ) पुणे के सहयोग से किया जा रहा है।
आयोजकों ने बताया कि इस कोर्स के लिए कम रजिस्ट्रेशन हुआ था। इसके बाद गोवा डिसेबिलिटी कमीशन से संपर्क करके सभी दिव्यांगों तक इस कोर्स के बारे में बात पहुंचाई गई। परिणाम यह हुआ कि गोवा के अलग अलग हिस्सों से दिव्यांगों ने इस कार्यक्रम में रुचि दिखाई और बीस के करीब प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। जो सरकारी कर्मचारी थे उनको सरकार ने इस कोर्स में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित भी किया और उनकी हर संभव मदद भी की।