रूसी सेना ने फिर यूक्रेन पर मिसाइलों का बड़ा हमला किया। यह हमला यूक्रेन के परमाणु बिजलीघरों को बंद कराने की नीयत से किया गया। हमले के बाद दक्षिण और पश्चिम भाग में स्थित तीन परमाणु संयंत्रों में काम बंद हो गया। इसके अतिरिक्त यूक्रेन की पावर ग्रिड को भी निशाना बनाया गया। इसके चलते भीषण ठंड के मौसम में यूक्रेन के बड़े इलाके में अंधेरा छा गया है। इस बीच अमेरिका ने 40 करोड़ डालर की नई सैन्य सहायता का एलान किया है।
ताजा रूसी हमले में राजधानी कीव में तीन लोग मारे गए हैं। पूरा राजधानी क्षेत्र बिजली और पानी के संकट से घिर गया है। इस क्षेत्र में 30 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। यूक्रेन के ऊर्जा मंत्रालय ने कहा है कि देश के कोयला और पानी से चलने वाले अधिकतर विद्युत संयंत्र बंद हो गए हैं। कुछ में मरम्मत का काम चल रहा है। उत्तर-पूर्वी शहर कुपियांस्क में रूसी हमले में दो नागरिकों की मौत हुई है और दो अन्य घायल हुए हैं। इन हमलों में नौ मंजिला इमारत और एक मेडिकल क्लीनिक को भारी नुकसान हुआ है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि मंगलवार रात 11 यूक्रेनी शहरों और गांवों पर 30 से ज्यादा मिसाइलें रूसी सेना दागीं। इनमें भारी नुकसान की खबर है। बिगड़ते हालात के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अविलंब सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की है जिससे रूस को रोका जा सके। उन्होंने कहा, नागरिकों की हत्या और नागरिक सुविधाओं को नष्ट करना आतंकी कार्रवाई है। इसका कड़ा विरोध होना चाहिए और विश्व को जवाब देना चाहिए। इस बीच पड़ोसी देश माल्दोवा के भी आधे से अधिक क्षेत्र की बिजली गुल हो गई है। यूक्रेन का समर्थन कर रहे इस देश की रूस ने गैस आपूर्ति बंद कर रखी है।