अंतागढ़। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित अंतागढ़ में पैसेंजर ट्रेन का इंतजार खत्म हो चुका है। आजादी के अमृत महोत्सव पर आज पहली पैसेंजर ट्रेन पहुंचेगी। बस्तरवासियों के लिए आज का दिन काफी अहम है। आज उन्हें पहली पैसेंजर ट्रेन मिलेगी। अंतागढ़ में पहली बार यात्री ट्रेन पहुंचने से अंतागढ़ सहित बस्तरवासियों में काफी खुशी है। रेल मंत्रालय ने बस्तर में रेल सुविधाओं में विस्तार करते हुए आजादी के अमृत महोत्सव में छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर के प्रमुख व्यवसायिक केंद्र अंतागढ़वासियों को रेल यात्री सुविधा की सौगात दी है। रायपुर से केवटी के बीच चलने वाली डेमू स्पेशल ट्रेन का विस्तार अंतागढ़ तक किया गया जिससे अब रायपुर से अंतागढ़ तक पैसेंजर ट्रेन दौड़ेगी। इस पैसेंजर ट्रेन के साथ ये भी उम्मीद जगी है कि आने वाले 5 सालों में रायपुर से जगदलपुर तक रेल लाइन का काम पूरा कर लिया जाएगा और उसके बाद बस्तर वासियों को जगदलपुर से रायपुर तक पैसेंजर ट्रेन की सौगात मिल सकेगी।
बस्तरवासियों ने की थी 175 कि.मी की पदयात्रा
जगदलपुर रावघाट रेल लाइन का निर्माण शुरू करने की मांग को लेकर अप्रैल महीने में बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स के आव्हान पर सर्व सामाजिक संगठन के बैनर तले 175 किलोमीटर की पदयात्रा की शुरुआत अंतागढ़ से हुई थी। यह पदयात्रा करीब 10 दिनों तक चलकर जगदलपुर पहुंची। बस्तरवासियों ने रेल मंत्रालय से 5 सूत्रीय मांग रखी थी, जिसमें से एक प्रमुख मांग रायपुर के केवटी डेमू स्पेशल ट्रेन का नक्सलगढ़ अंतागढ़ तक विस्तार भी था। आखिरकार पदयात्रा के 4 महीने बाद रेल मंत्रालय ने बस्तर वासियों को रायपुर से अंतागढ़ तक पैसेंजर ट्रेन की सौगात दी। आजादी के अमृत महोत्सव में 13 अगस्त से ही हर घर तिरंगा अभियान भी शुरू हो रहा है। जगदलपुर से अंतागढ़ की दूरी 175 किलोमीटर है। बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर रेल लाइन से दुर्ग जंक्शन के बीच 322 किलोमीटर में से 147 किलोमीटर तक रेल लाइन का काम पूरा हो चुका है। रावघाट जगदलपुर रेल लाइन के विवादस्पद क्षेत्र को छोड़ बाकी 140 किलोमीटर में काम शुरू कर दिया जाए तो अगले 5 सालों में जगदलपुर से राजधानी रायपुर तक रेल लाइन का सपना साकार हो सकता है. इससे बस्तरवासी सीधे राजधानी रायपुर तक जुड़ सकते हैं।