
47वें राउत नाचा महोत्सव का आयोजन भव्यता के साथ हुआ। इस अवसर पर गड़वा बाजा की धुनों पर अस्त्र-शस्त्र और श्रृंगार का अद्भुत संगम देखने को मिला। मुख्यमंत्री राउत नाचा की पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए और यादव समाज की इस समृद्ध परंपरा की प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राउत नाचा छत्तीसगढ़ की शौर्य, गौरव और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है। उन्होंने यादव समाज को भगवान कृष्ण का वंशज बताते हुए एकता और विकास के लिए शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “हमारी सरकार छत्तीसगढ़ के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। राउत नाचा पर्व इसी भव्यता के साथ हमेशा आयोजित होता रहे। मैं आप सभी को राउत नाचा पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।”
इस आयोजन ने छत्तीसगढ़ की लोक कला और परंपरा को जीवंत कर दिया।