बेंगलुरु-एयरपोर्ट पर 55 पैसेंजर्स को छोड़कर रवाना होने की घटना में गो एयर ने अब डैमेज कंट्रोल की कोशिश की है। उसने इन यात्रियों से माफी मांगी है, साथ ही घरेलू उड़ान में एक फ्री टिकट का ऑफर दिया है। इसे वे 12 महीने में कभी भी इस्तेमाल कर सकेंगे। गो फर्स्ट ने इस घटना में शामिल पूरे स्टाफ को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया है। उधर, DGCA ने एयरलाइन से रिपोर्ट मांगी है। उसके बाद एक्शन लिया जाएगा। यह घटना सोमवार सुबह करीब 5.45 बजे की है, जब यात्रियों को बेंगलुरु से दिल्ली जाने वाली गो फर्स्ट की फ्लाइट G8-116 में सवार होना था। सिक्योरिटी चेकिंग के बाद यात्रियों को विमान तक ले जाने के लिए कुल चार बसें भेजी गई थीं। पहली दो बस आगे निकल गईं। जब एयरलाइन को गलती पता चली तो एयरपोर्ट पर छूटे यात्रियों को चार घंटे बाद दूसरे विमान से दिल्ली भेजा गया। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने गो फर्स्ट की बेंगलुरु से दिल्ली जा रही फ्लाइट में 55 यात्रियों को छोड़कर जाने के मामले में नोटिस जारी किया है। DGCA ने कहा गो फर्स्ट नागरिक उड्डयन नियमों का पालन करने में फेल रहा है। इस केस में तमाम गलतियां सामने आई हैं। कंपनी कम्युनिकेशन, को-ऑर्डिनेशन, रीकनेक्शन और कन्फर्मेशन में फेल साबित हुई। अगर कंपनी ने इन चारों पॉइंट पर काम किया होता तो इस स्थिति को टाला जा सकता था। DGCA ने शो कॉज नोटिस में कहा- गो फर्स्ट के मैनेजर, चीफ ऑपरेशन ऑफिसर को इसके लिए जिम्मेदार मानते हुए उनके खिलाफ क्यों न कार्रवाई की जाए? DGCA ने एयरलाइंस को जवाब देने के लिए दो हफ्ते का समय दिया है। उनके जवाब के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।