
रायपुर, 01 मार्च 2025 – गिरौदपुरी धाम में इस वर्ष तीन दिवसीय गुरूदर्शन मेला का आयोजन 4 से 6 मार्च तक किया जाएगा। मेला आयोजन समिति की बैठक धर्मगुरु गुरुबालदास साहेब की अध्यक्षता में जिला पंचायत बलौदाबाजार के सभागार में हुई। बैठक में मेले की तैयारियों, श्रद्धालुओं की सुविधाओं और सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा की गई। इस दौरान राजमाता गुरु प्रवीण माता, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब, राजमहंतगण, पूर्व विधायक डॉ. सनम जांगड़े, कलेक्टर दीपक सोनी, एसएसपी विजय अग्रवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
व्यवस्थाओं पर विशेष जोर
धर्मगुरु गुरुबालदास साहेब ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी के सम्मान में आयोजित गिरौदपुरी मेला सभी की भागीदारी से शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित रूप से संपन्न होगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि किसी भी अप्रिय गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने बताया कि गिरौदपुरी मेला लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, जहां सरकार ने विशाल जैतखाम के साथ अन्य सुविधाओं का भी विस्तार किया है। आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि मेला समिति के सदस्य व्यवस्थाओं की सतत निगरानी करें और मेले के बाद सफाई सुनिश्चित कराएं।
प्रशासनिक तैयारियां और सुविधाएं
बैठक का संचालन कर रहे कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि इस वर्ष कसडोल एसडीएम आर.आर. दुबे को मेला अधिकारी नियुक्त किया गया है। राज्य स्तर पर 23 प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती की जा रही है। श्रद्धालुओं के लिए पेयजल सुविधा को प्राथमिकता देते हुए मेला परिसर में स्थित टंकियों की सफाई कराकर जलापूर्ति शुरू की गई है। इसके लिए 30 लाख, 8 लाख और 75 हजार लीटर क्षमता की टंकियां स्थापित की गई हैं। मंदिर परिसर, महराजी, छाता पहाड़ और पंचकुंडीय स्थानों पर अलग से पेयजल टंकियां लगाई गई हैं। आवश्यकता अनुसार टैंकरों से भी जल आपूर्ति की जाएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं को ध्यान में रखते हुए गुरु निवास सहित प्रमुख स्थानों पर चिकित्सा टीमें तैनात रहेंगी। कसडोल सीएचसी को 24 घंटे अलर्ट मोड में रखा गया है, जहां पर्याप्त दवाइयों और एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। सफाई के लिए प्रत्येक नगरीय निकाय से दिन में दो बार अभियान चलाया जाएगा। मेला स्थल को पांच सेक्टरों में बांटकर चलित और स्थायी शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। बिजली आपूर्ति और प्रकाश व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए हैं। वेंडिंग जोन बनाकर दुकानों को व्यवस्थित रूप से लगाने की योजना बनाई गई है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि मेले के दौरान तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू रहेगी। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी, जिनकी मॉनिटरिंग पुलिस कंट्रोल रूम से होगी। सात स्थानों पर दमकल वाहन तैनात किए जाएंगे और पुलिस पेट्रोलिंग टीमें लगातार गश्त करेंगी। छाता पहाड़ क्षेत्र में वायरलेस संचार प्रणाली भी स्थापित की गई है। मेला परिसर और आसपास मांस-मदिरा की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी।
गिरौदपुरी धाम में इस बार भी लाखों श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना है। प्रशासन और मेला समिति ने सभी व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं, ताकि श्रद्धालु निर्बाध रूप से आध्यात्मिक यात्रा का आनंद ले सकें।