अल्जाइमर एक ऐसी मानसिक बीमारी है, जिसमें पीड़ितों के साथ-साथ उनकी देखभाल करने वालों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एक नए अध्ययन में पता चला है कि जो लोग शारीरिक रूप से स्वस्थ होते हैैं, उनमें अल्जाइमर का खतरा कम होता है। अमेरिकन एकेडमी आफ न्यूरोलाजी द्वारा किए गए इस प्रारंभिक अध्ययन के निष्कर्ष को सिएटल में दो से सात अप्रैल, 2022 तक होने वाली 74वीं वार्षिक बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। वाशिंगटन वीए मेडिकल सेंटर के एमडी व अध्ययन के लेखक एडवर्ड जमरिनी के अनुसार, ‘शोध के दौरान हमने देखा कि जैसे-जैसे लोगों की फिटनेस में सुधार हुआ, उनमें अल्जाइमर के विकास का खतरा कम होता गया। इसलिए लोगों को शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर करने पर ध्यान देना चाहिए। इससे लंबी उम्र तक उनमें अल्जाइमर का खतरा कम रहेगा।” अध्ययन में वेटरंस हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन के डाटाबेस का इस्तेमाल किया गया, जिसमें 6,49,605 सैन्य दिग्गजों का रिकार्ड शामिल था। इनकी औसत आयु 61 वर्ष थी और नौ वर्षों तक उनकी सेहत पर नजर रखी गई। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों की कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस निर्धारित की। कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस इस बात का माप है कि किसी का शरीर मांसपेशियों को आक्सीजन कितनी अच्छी तरह पहुंचाता है और व्यायाम के दौरान मांसपेशियां आक्सीजन को कितनी अच्छी तरह अवशोषित कर पाती हैं। प्रतिभागियों को कम से कम फिट से लेकर सबसे फिट तक पांच समूहों में विभाजित किया गया था।