जापान के दक्षिणी-पश्चिमी हिस्से में आए शक्तिशाली नानमाडोल तूफान ने जमकर तबाही मचाई। इसके चलते दो लोगों की मौत हो गई और 87 घायल हो गए। एक के लापता होने की खबर है। देश के तीन लाख से अधिक घरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। बुलेट ट्रेन व विमानन सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में शामिल होने के लिए न्यूयार्क प्रस्थान के कार्यक्रम को विलंबित कर दिया है।
तूफान सोमवार को होंशू के उत्तरी तट शिमाने तक पहुंच गया। दक्षिणी-पश्चिमी हिस्सों में भूस्खलन और बाढ़ को लेकर चेतावनी जारी की गई है। इस बीच भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि तूफान की रफ्तार 162 किलोमीटर प्रति घंटे के करीब है। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
दुकानें व डिलीवरी सेवाएं अस्थाई रूप से बंद हैं। लोगों को फोन व इंटरनेट चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तूफान अगले 24 घंटे में टोक्यो पहुंच जाएगा। उत्तर पश्चिमी प्रशांत महासागर में चार उष्णकटिबंधीय तूफानों के लिए नानमाडोल नाम का इस्तेमाल किया जाता है। नामकरण माइक्रोनेशिया ने किया है और यह उसके पोह्नपेइ प्रांत के पुरातात्विक स्थल नान माडोल से प्रेरित है।