समाज के हर वर्ग तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने की दावे उस समय दम तोड़ देते हैं, जब कोई अपाहिज, लाचार, गरीब अपनी मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर सरकार के दरवाजे पर दो साल से भटकता नजर आता है। ऐसा ही एक मामला छिंदवाड़ा के बड़कुही क्षेत्र में सामने आया है, जहां पर बैसाखियों पर चलने वाला एक गरीब अपने जीवनयापन के लिए कई बार भीख मांगने के लिए भी मजबूर हो जाता है। उसे मध्य प्रदेश विद्युत मंडल ने तीस हजार रुपये का बिल थमा दिया है, जबकि मूल बिल मात्र ₹350 का था। इसके बाद उसका विद्युत कनेक्शन भी काट दिया गया।
शिवहरी नामक यह व्यक्ति दो साल से अंधेरे में रह रहा है, परंतु विभाग उस पर लगातार बिल और पेनल्टी लगाता जा रहा है। उस कटे हुए कनेक्शन का बिल अब हजारों में पहुंच गया है। दरअसल, 2021 के कोरोनाकाल में शिवहरी का बिजली बिल 350 रु आया था। वह इसका भुगतान नहीं कर सका। इसके बाद विभाग द्वारा उसका कनेक्शन काट दिया गया। लेकिन, बिल और पेनल्टी का मीटर चलता रहा। आज उससे 30000 रु की मांग की जा रही है और बिल न देने पर उसकी झोपड़ी कुर्क करने की चेतावनी भी दी गई है।
शिवहरी के पैरों में गैंग्रीन है और उसकी अंगुलियां काटी जा चुकी हैं। अब पैर कटने की नौबत भी आ गई है। इसी हालत में शिवहरी तीन बार कलेक्ट्रेट के चक्कर भी लगा चुका है और जनसुनवाई में अपने आवेदन भी दे चुका है, परंतु अभी तक उसे कोई राहत नहीं मिली है। इस संबंध में विद्युत अधिकारियों का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में अब आया है वह स्थिति की जानकारी लेकर कार्रवाई करेंगे।