पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना कि वह देश में बदलाव लाने में विफल रहे। उन्होंने कहा कि वह सत्ता में आने से पहले किए गए वादों के मुताबिक देश में बदलाव नहीं ला सके। व्यवस्था में गड़बड़ी के कारण ऐसा नहीं कर पाए।
डान अखबार के अनुसार, प्रधानमंत्री इमरान ने मंत्रालयों के प्रमाणपत्र वितरण समारोह में कहा, ‘प्रारंभ में हम क्रांतिकारी कदमों के जरिये व्यापक बदलाव लाना चाहते थे, लेकिन बाद में महसूस हुआ कि हमारी व्यवस्था इसमें समर्थ नहीं है।” उन्होंने कहा कि सरकार और मंत्रालयों ने अपेक्षित परिणााम नहीं दिए। हमारे मंत्रालय इस कोशिश में जुटे हैं कि निर्यात बढ़ाकर किस तरह देश को स्थिर, लोगों की हालत में सुधार, गरीबी उन्मूलन किया जा सकता है।
इमरान ने एक साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका ने अपने उद्देश्य के लिए पाकिस्तान का हमेशा इस्तेमाल किया है। अमेरिका को जब भी हमारी जरूरत हुई, उसने संबंध स्थापित किया और जब उद्देश्य पूरा हो गया तब संबंध तोड़ लिया और हमारे ऊपर प्रतिबंध थोप दिया।