निजी स्कूलों के द्वारा छात्रों के आवागमन के लिए बसों की व्यवस्था की जाती है। आमतौर पर देखा जाता है कि स्कूल प्रबंधनों द्वारा चलाई जा रहीं कई बसों के रजिस्ट्रेशन एक्सपायरी डेट से बाहर हो चुकी होती हैं। इसके अलावा बस चालकों के पास पर्याप्त ज़रूरी कागजात भी नहीं होते, फिर भी शहर की सड़कों पर सरपट दौड़ाई जाती हैं। ऐसी ही कमियों को पकड़ने और बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर निजी स्कूलों की बसों की जांच शुरू कर दी है।
भिलाई के सेक्टर 6 स्थित पुलिस ग्राउंड में यातायात पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा शिविर लगा कर बसों और चालकों का परीक्षण दिया गया। विभिन्न निजी स्कूल प्रबंधनों द्वारा इस शिविर में 250 से भी ज़्यादा बसों और 400 से भी ज़्यादा बस चालकों का शारिरिक परीक्षण किया गया।
गौर हो कि 16 जून से निजी और सरकारी स्कूल भी खुल जाएंगे। इस बीच डीएसपी ट्रैफिक सतीश ठाकुर ने बताया कि कुछ बसों के कागजात नहीं मिले तो कुछ के पास आधे अधूरे थे। उनके खिलाफ कार्रवाई भी की गई है।