रायपुर । कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को काले झंडे दिखाने से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विधानसभा थाने में भाजपा का धरना खत्म हो गया। अब इस विवाद में धार्मिक भावनाओं का एंगल भी शामिल हो गया है। कांग्रेस ने भाजपा नेताओं पर सतनामी पंथ के जगतगुरु और राज्य सरकार में पीएचई मंत्री रुद्र कुमार के बंगले में भी तोड़फोड़ की कोशिश का आरोप लगाया। कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में प्रेस से बात करते हुए गुरु रुद्र कुमार ने कहा, मुंगेली के कुछ लोग उनसे मिलने आए थे। उन्होंने उनको बुलाकर बात सुनी। उसके बाद वे लोग बाहर निकल गए। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का काफिला आ रहा था, इस वजह से वे लोग बंगले से बाहर रुक गए। तभी भाजपा के नेताओं-कार्यकतार्ओं ने उनपर हमला कर दिया। उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट हुई। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने भी उनके साथ मारपीट की है और गाली दिया है। गुरु रुद्र कुमार ने कहा, दोनों युवक आदिवासी और एससी समाज से थे। ऐसे में राजेश मूणत और उनके कार्यकर्ताओं के ऊपरएससी-एसटी एट्रोसिटी की कार्रवाई भी होनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा, भाजपा कार्यकतार्ओं ने गुरु रुद्र कुमार के बंगले पर हमला किया। बंगले की नामपट्टिका को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हुई। होर्डिंग आदि तोड़ दिया। भाजपा वालों को यह भी नहीं सूझा कि यह सतनामी समाज के धर्मगुरु का घर है। शुक्ला ने कहा, ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इन लोगों की तरह हम भी सड़क पर उतर गए तो भाजपा झेल नहीं पाएगी। आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष जनक राम ध्रुव ने कहा, पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने एससी-एसटी वर्ग के युवकों के साथ मारपीट की। गाली-गलौज किया। उसके बाद राजनीति करने की कोशिश की। उनके खिलाफ एट्रोसिटी का मामला दर्ज होना चाहिए। गुरु रुद्र कुमार ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं पर भी मर्यादा तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, भाजपा के बड़े नेताओं ने पीड़ित के संबंध में जानकारी लिए बिना मूणत के पक्ष में थाने में हंगामा किया, धरना दिया। भाजपा के पूर्व मंत्री ने अनुसूचित जाति-जनजाति के व्यक्ति से मारपीट की, गाली-गलौज किया। उसके बाद भी मूणत पर कार्रवाई की जगह उनको संरक्षण देना अनुचित है। यह भाजपा का अनुसूचित जाति-जनजाति विरोधी चरित्र है जो अब उजागर हो रहा है।
राजेश मूणत ने अभद्रता की सारी सीमाओं को पार कर दिया: शुक्ला
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मंत्री रहे राजेश मूणत ने अभद्रता की सारी सीमाओं को पार कर दिया। सोशल मीडिया में जो अलग-अलग वीडियो वायरल हो रहे है उसमे साफ है कि ऐसा व्यक्ति जो इस प्रदेश में 15 साल मंत्री रहा है वह मां-बहन की गाली का बार-बार प्रयोग कर रहा। मारपीट और कानून व्यवस्था को हाथ में लेने को उद्दत दिख रहे है। पुलिस के अधिकारियों के लिये असंसदीय अमर्यादित शब्दों का प्रयोग मूणत ने किया। थाने में भी मूणत और उनके सहयोगी, पुलिसकर्मियों पर आक्रमण करते दिख रहे है। कांग्रेस ने सिंधिया या भाजपा नेता को काले झंडे दिखाने का कोई घोषित कार्यक्रम नही जारी किया था, न ही हमारे एनएसयूआई, युवा कांग्रेस अथवा किसी मोर्चा संगठन का कोई पदाधिकारी विरोध करने गया था। भाजपा ने गलत राजनैतिक परंपरा की शुरूआत की है जो अनुचित है लेकिन ऐसी परंपराओ की प्रतिध्वनि और प्रतिक्रिया होनी थी स्वाभाविक है। पत्रकारवार्ता में प्रदेश महामंत्री प्रशासन रवि घोष, प्रवक्ता आर.पी. सिंह, धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, अमित श्रीवास्तव, वंदना राजपूत, अजय गंगवानी, मणी प्रकाश वैष्णव, सुंदर जोगी उपस्थित थे।
निर्दोष नौजवानों के साथ मारपीट की:धु्रव
आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष जनक राम ध्रुव ने कहा कि मंत्री राजेश मूणत ने एससी, एसटी वर्ग के निर्दोष नौजवानों के साथ मारपीट की, गाली दी। उसके बाद राजनीति करने की कोशिश किया। उनके खिलाफ एससी, एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हो। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री संगठन चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि भाजपा मूलरूप से विध्वंसक पार्टी है। पहले खुद कानून को तोड़ते हैं, उसके बाद धरना देते है। यह भाजपा का समाज विरोधी चरित्र है। मूणत और भाजपा नेताओं ने छत्तीसगढ़ की राजनीति को दूषित करने की कोशिश किया है।