विधानसभा चुनाव करणी सेना कांग्रेस का समर्थन कर सकती है। करणी सेना ने देवास में हुई बैठक में कांग्रेस को समर्थन देने का निर्णय लिया है। साथ ही भाजपा पर झूठे आश्वासन देने का आरोप लगाया है। माना जा रहा है कि करणी सेना ने यह फैसला उसकी मांगों को कांग्रेस के वचन पत्र में शामिल किए जाने के बाद लिया है।
करणी सेना ने 8 जनवरी को भोपाल में प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन के माध्यम से करणी सेना एससी-एसटी का विरोध कर रही थी। उनकी मांग थी कि 1989 के एससी-एसटी एक्ट में बदलाव किया जाए। उस समय कांग्रेस इस प्रदर्शन का समर्थन किया था। साथ ही वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार बनी तो उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा। इससे पहले भाजपा क्षत्रिय वोट को अपने पाले में बनाए रखने के लिए करणी सेना की कुछ मांगों को माना था। अब करणी सेना भाजपा झूठा आश्वासन देने का आरोप लगाया है।