
छत्तीसगढ़ में ट्रेनें रद्द करने का दौर शुरू हो गया है। अलग-अलग विकास कार्यों के नाम पर प्रदेश से गुजरने वाली अलग-अलग ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इससे यात्रियों की परेशानी फिर शुरू हो गई है। छत्तीसगढ़ से कटनी रूट पर चलने वाली और दिल्ली की ओर जाने वाली दर्जनों ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इससे प्रदेश के रेलयात्रियों को खासी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दो अलग-अलग विकास कार्यों के नाम पर पहले 30 ट्रेनों को दिसंबर तक रद्द किया गया था। फिर दो ही दिनों के बाद 18 ट्रेनों को जनवरी और फरवरी में भी रद्द होने की सूचना दे दी गई। नवंबर से प्रभावित ट्रेनें फरवरी तक प्रभावित रहेंगी। इस तरह आने वाले तीन महीनों तक इन रूट पर जाने वाले यात्रियों को भरी मशक्कत करनी पड़ सकती है।
बिलासपुर रेल मंडल के चंदिया रोड स्टेशन में तीसरी लाइन की कनेक्टिविटी का काम किया जाना है। इसके कारण छत्तीसगढ़ से कटनी लाइन पर जाने वाली ट्रेनें प्रभावित हैं। 25 नवम्बर से 4 दिसंबर तक नर्मदा एक्सप्रेस, शालीमार एक्सप्रेस समेत 9 जोड़ी ट्रेनें रद्द हैं। वहीं जनवरी और फरवरी में उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल में मथुरा रेल यार्ड का आधुनिकीकरण किया जाना है। इसके कारण 9 जनवरी से 7 फरवरी के बीच छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, गोंडवाना, हीराकुंड समेत 18 ट्रेनें रद्द रहेंगी। इन सब रद्द ट्रेनों के अलावा इस बीच दर्जनों ट्रेनों को डायवर्ट और री शेड्यूल किया गया है, जो यात्रियों की असुविधा को और बढ़ा देंगे।
बीते कुछ महीनो में रेलवे ने छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 400 से भी अधिक ट्रेनों को रद्द किया है। इससे यात्री लगातार परेशान हो रहे हैं। भारतीय रेलवे को देश की जीवन रेखा कहा जाता है। ऐसे में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम तो आवश्यक है, लेकिन इससे होने वाली असुविधा से यात्रियों को कब आराम मिलेगा यह देखने वाली बात होगी।