
बंगाल के बांकुरा जिले के निधिरामपुर गांव में एक भाजपा नेता सुभादीप मिश्रा का शव पेड़ से लटका मिला। मिश्रा ने बंगाल में पंचायत चुनाव भी लड़ा था। उनके परिजनों ने कहा कि वह पिछले सात दिनों से लापता थे और उनका शव इलाके में एक पेड़ से लटका देखा गया। उनके हाथ बंधे हुए थे। हत्या के विरोध में सालतोरा की भाजपा विधायक चंदना बाउरी ने आंदोलन शुरू कर दिया और पुलिस को शव सौंपने से इनकार कर दिया। साथ ही बाउरी पुलिस वाहन के सामने लेट गई।
विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया कि मिश्रा की हत्या इसलिए की गई क्योंकि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से जुड़े स्थानीय गुंडे क्षेत्र में मृतक भाजपा नेता की बढ़ती लोकप्रियता से डर गए थे। विपक्ष के नेता ने मांग की कि इस मामले में बांकुड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक वैभव तिवारी की भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, “जिला पुलिस तृणमूल कांग्रेस के कैडर के अलावा और कुछ नहीं हैं। उनका एकमात्र काम यह सुनिश्चित करना है कि तृणमूल कांग्रेस का अस्तित्व यथासंभव लंबे समय तक बना रहे। मैं सीबीआई जांच की मांग करता हूं। पुलिस अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए सबूतों से छेड़छाड़ करने और सत्तारूढ़ टीएमसी पार्टी से जुड़े दोषियों को बचाने की पूरी कोशिश करेगी।”