कांग्रेस और भूपेश सरकार नही चाहती है कि झीरम कांड के पीढ़ितो को न्याय मिले। भाजपा ने तो सच लाने का पूरा प्रयास किया। सरकार ने न्यायिक जांच आयोग से भी जांच करवाई और एनआईए ने भी जांच की है। सीएम भूपेष बघेल ने कभी झीरम का सच सामने नही आने दिया। उनकी सरकार को साढ़े चार साल बीत चुके है, मुख्यमंत्री यही कहते रहे कि झीरम कांड का सच उनकी जेब में है। महेंद्र कर्मा और उनके जैसे अन्य लोग झीरम कांड में जान गवांए है। कांग्रेस सरकार ने इन सभी पीढ़ितों को न्याय नहीं दिलाया।
सीएम भूपेष बघेल की जेब में सच था तो एनआईए और जस्टिस प्रशांत मिश्रा के न्यायिक जांच आयोग को सच सौंपना चाहिए था। यदि सच सामने नही लाना था तो जेब में ही रखे रहना था। कांग्रेस सरकार झीरम कांड पर सिर्फ राजनीति करते आ रही है, खुद सरकार नहीं चाहती है कि झीरम का सच सामने आए। पत्रकारों से चर्चा के दौरान नार्को टेस्ट के सवाल पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने ये बातें कहीं है।
बता दें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 30 मई से 30 जून तक भाजपा जन संपर्क अभियान चला रही है। इसी तारतम्य में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संयुक्त मोर्चा सम्मेलन में दंतेवाड़ा सरीक होने पहुंचे थे। यहां उन्होंने पदाधिकारियों को चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की और विधान सभा की स्थिति की जानकारी ली। बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं मुस्तैदी से तैनात रहने के लिए कहा है। सम्मेलन समापन के बाद वे किरन्दुल पहुंचे। साहू समाज से रूबरू हुए। उन्होंने माता कर्मा मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समोरोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मलित हुए।