देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने कहा कि पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव के लिए ईवीएम से बेहतर दूसरा कोई सिस्टम नहीं है। अगर इसमें छेड़छाड़ की गुंजाइश होती तो किसी सरकार की हार नहीं होती। वह भारतीय जनसंचार संस्थान (आइआइएमसी) द्वारा जम्मू के लिए आयोजित कार्यक्रम संवाद में कही है। इस चर्चा में जम्मू के वक्ताओं ने भी हिस्सा लिया।
डा. कुरैशी ने कहा कि दुनिया के कई देशों के चुनावों में भारत की ईवीएम का उपयोग किया जाता है। कहीं से किसी भी तरह की शिकायत नहीं आई है। चुनावों में ईवीएम के प्रयोग से पहले कई स्तर पर जांच होती है। मतदान से पहले पोलिंग एजेंटों के सामने इसे सील किया जाता है। मतगणना शुरू होने से पहले भी ईवीएम दिखाई जाती है। ऐसे में किसी भी स्तर पर गड़बड़ी का सवाल ही नहीं है। जो चुनाव हार जाता है। वही ईवीएम आरोप लगाता है। ईवीएम पर अंगुली उठाना चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े करना है।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि भारतीय चुनाव आयोग विश्व का सबसे शक्तिशाली चुनाव आयोग है। भारतीय लोकतंत्र को विश्व की सबसे अच्छी शासन प्रणाली के रूप में जाना जाता है। विश्वसनीय चुनाव लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण लाइफलाइन है। उन्होंने कहा कि जब एक देश आगे बढ़ता है, तब कई पुरानी और नई चुनौतियां सामने आती हैं, जो चुनाव आयोग को तेज और निर्णायक फैसले लेने के लिए प्रेरित करती हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव में हर वोट महत्वपूर्ण है। हमारे देश में पुरुषों के अनुपात में महिलाओं की जनसंख्या कम है, लेकिन चुनाव में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों के मुकाबले कहीं ज्यादा है।