
उत्तर कोरिया ने अपनी सैन्य ताकत को और भी मजबूत कर लिया है. दरअसल, हाल में जारी एक वीडियो में खुलासा हुआ है कि किम जोंग उन के पास अब ‘आसमानी आंख’ यानी हवाई चेतावनी और नियंत्रण विमान है। इसे AWACS भी कहा जाता है। यह एक तरह का एयरबॉर्न रडार सिस्टम है, जो दुश्मन के विमानों और मिसाइलों को पहले ही पहचान सकता है। यह वही तकनीक है, जिसे भारत ने अपनी रक्षा क्षमता को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया है। अब, किम जोंग उन की अगुवाई में उत्तर कोरिया ने इसे अपनाया है और साथ ही उसने अपनी वायु सेना और सैन्य ताकत को एक नई दिशा दी है।
उत्तर कोरिया के पास अब एक अत्याधुनिक एईडब्ल्यू&सी विमान है, जो पूरे क्षेत्र में 360 डिग्री निगरानी रख सकता है। यह तकनीक रूस और चीन जैसे देशों के पास पहले से मौजूद थी, लेकिन उत्तर कोरिया ने इसे हासिल कर लिया है। किम जोंग उन ने खुद इस विमान का निरीक्षण किया और इसकी क्षमता का जायजा लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस विमान में तीन फेज्ड एरे राडार लगे हैं, जो बिना घुमे 360 डिग्री में दुश्मन के विमान और मिसाइलों का पता लगा सकते हैं।
यह विमान उत्तर कोरिया की वायु रक्षा को पूरी तरह से नया आयाम देगा। किम जोंग उन ने इसे ‘महत्वपूर्ण भूमिका’ निभाने वाला बताया है। इसका मतलब है कि उत्तर कोरिया अब अधिक ताकतवर होकर अपने दुश्मनों पर नजर रख सकेगा और किसी भी संभावित हमले से पहले तैयारी कर सकेगा। यह न केवल दक्षिण कोरिया, बल्कि अमेरिका जैसे देशों के लिए भी एक बड़ा अलर्ट है।
इसके अलावा उत्तर कोरिया ने अपनी सैन्य ताकत को एक और कदम आगे बढ़ाते हुए एआई-लेस कामिकेज़ ड्रोन का परीक्षण भी किया है। किम जोंग उन के अनुसार, ये ड्रोन अब ‘स्टेट्रैटिजिक टार्गेट्स’ और दुश्मन की गतिविधियों का भी पता लगा सकते हैं। इसके अलावा, ये ड्रोन हमलावर मिशनों के लिए भी तैयार किए गए हैं, जो युद्ध के समय बेहद प्रभावी साबित हो सकते हैं।
उत्तर कोरिया ने इन ड्रोन के उत्पादन क्षमता को बढ़ाने का आदेश दिया है। किम जोंग उन ने इसे ‘आधुनिक युद्ध का रुझान’ बताया और इस पर तेजी से काम करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। इन ड्रोन की मदद से उत्तर कोरिया अपनी सैन्य रणनीतियों को पूरी तरह से बदल सकता है, जो आने वाले समय में उसे और भी मजबूत बना देगा।
उत्तर कोरिया की इस नई ताकत से अब अमेरिका और दक्षिण कोरिया के लिए चिंता का विषय बन चुका है। जिस तरह से उत्तर कोरिया की वायुसेना अब अत्याधुनिक तकनीकों से लैस हो रही है, उससे यह स्पष्ट है कि अगर कभी युद्ध की स्थिति उत्पन्न होती है, तो उत्तर कोरिया बेहद प्रभावी रूप से अपनी रक्षा कर सकेगा। साथ ही, एईडब्ल्यू&सी विमान और एआई से लैस ड्रोन की मौजूदगी से उत्तर कोरिया अपने दुश्मनों की गतिविधियों पर नजर रखने में भी सक्षम होगा।
इससे यह साफ है कि अब उत्तर कोरिया किसी भी खतरनाक स्थिति में अपने दुश्मनों को किसी भी हालत में पास फटकने की गलती नहीं करने देगा। किम जोंग उन का यह कदम एक मास्टरस्ट्रोक है, जो उत्तर कोरिया को एक नई शक्ति बना देगा और इसके परिणाम दक्षिण कोरिया और अमेरिका पर गहरे असर डाल सकते हैं।