
जम्मू-कश्मीर के रियासी के पौनी इलाके में हुए आतंकी हमले को विदेशी आतंकियों ने अंजाम दिया था। एक स्थानीय गाइड ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हमला करने में आतंकियों की मदद की थी। गाइड ने ही आतंकियों को इस कायराना हरकत के बाद जंगल में छिपाने में भी मदद की थी। फिलहाल इलाके में सुरक्षा बलों का ज्वाइंट सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
रियासी आतंकी हमले में चार विदेशी दहशतगर्द और उनका स्थानीय गाइड या ओजीडब्ल्यू शामिल थे। चार आतंकियों में से दो ने सड़क पर घात लगाकर बस पर गोलियां बरसाईं। इस दौरान जंगल में छिपे बाकी के दो आतंकियों ने हमलावरों को कवर फायर दिया। स्थानीय गाइड ने हमले के बाद आतंकियों को जंगल में छिपाने में भी मदद की। जांच में यह पता चला है कि आतंकी 10 से 12 मिनट तक हमले वाली जगह रहे और बस के खाई में गिरने के बाद भी उस पर फायरिंग करते रहे।
दरअसल, यहां जिन विदेशी आतंकियों का जिक्र हो रहा है, उनका ताल्लुक पाकिस्तान से है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि पाकिस्तान में मौजूद आतंकी एलओसी को पार कर भारत में दाखिल होते रहे हैं और यहां लोगों के बीच दहशत फैलाने का काम किया है। पाकिस्तान पहले भी अपनी जमीन पर पलने वाले आतंकियों को घाटी में दहशत फैलाने के लिए भेज चुका है। इसकी पुष्टि एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के पास से मिले सामानों से हो चुका है। एक बार फिर से उसने ऐसा ही किया है।