अयोध्या में रामजन्म भूमिपूजन के ऐतिहासिक पल का छत्तीसगढ़ भी साक्षी बना। कोविड के कारण लोग वहां पहुंच तो नहीं पाए लेकिन अपने घरों और मंदिरों में खुशी जाहिर करने का कोई भी तरीका लोगों ने नहीं छोड़ा। अचानक हुई बारिश ने लोगों का मजा किरकिरा जरूर कर दिया, इसके बावजूद लोगों ने घरों के अंदर रोशनी की। राजधानी के लगभग सभी मंदिर सजे नजर आए। शहर के राम मंदिर के अलावा देवियों के मंदिरों में भी खास-सज्जा देखी गई। बारिश के बीच शाम शंख की ध्वनी और दीयों की रोशनी से मंदिर और लोगों के घर जगमगा उठे। आतिशबाजियों की आवाज सुन ऐसा लग रहा था मानो कोई त्योहार हो।
वीआईपी रोड़ स्थित राममंदिर में आज के खास दिन के लिए एक हफ्ते से तैयारी चल रही थी। ट्रस्ट के कार्यकरताओं के आलावा किसी को भी दर्शन की अनुमति नहीं दी गई। भगवान के विशेष शृंगार और पूजा के बाद महाआरती और दीप प्रज्वलन का आयोजन किया गया। बारिश के कारण मंदिर प्रांगण में दीप जलाए गए। राजधानी के महामाया मंदिर समेत सभी प्राचीनतम मंदिरों में भी दीये जाकर रोशनी की गई।
मंदिर के अलावा लोगों ने घरों में भी दीये जला कर खुशियां मनाई और इसस समय को यादगार बनाए। कुछ लोगों ने घर के मुख्य द्वार में आकर्षक रंगोली तैयार की। आतिशबाजी कर इस दिन को और भी खुशनुमा बना दिया।