प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पूर्व भारतीय जनता पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा उन पार्टियों में से नहीं है, जो एसी कमरों में बैठ कर दल चलाते हैं। भाजपा के हर बूथ की पहचान सिर्फ सेवा से होनी चाहिए। वह भाजपा के ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ अभियान को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में देशभर के लगभग तीन हजार बूथ कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। ये बूथ कार्यकर्ता वर्चुअली इस कार्यक्रम से जुड़े।
इस दौरान देशभर से चुने गए चुनिंदा बूथ कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी से अपने सवाल किए। इन सवालों का उत्तर देते हुए मोदी ने बहुत से छोटे-छोटे सेवा कार्यों का उदाहरण दिया और बूथ कार्यकर्ताओं से उन कार्यों को करते हुए अपने बूथ को मजबूत करने का मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 में जब देश की आजादी को 100 साल हो जाएंगे, तब भारत तब विकसित होगा। गांव विकसित होंगे।
उन्होंने बूथ कार्यकर्ताओं से आंगनवाड़ियों के बच्चों का कुपोषण दूर करने और स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की दर कम करने के प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमें गरीबों को मुसीबतों से मुक्त करना है। सोशल मीडिया पर कार्यकर्ता अपने बूथ का ग्रुप बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि तुलनात्मक अध्ययन से सामान्य आदमी को बात ज्यादा आसानी से समझ आती है। अध्ययन करिए और पुराने समय से तुलना करके बताइए।