नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रन अभी भी डटे हुए हैं. किसानों को यहां विरोध प्रदर्शन करते हुए आज 27 दिन हो गए हैं. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा ”हमें कृषि मंत्री से अभी तक बैठक का कोई निमंत्रण नहीं मिला है. किसानों ने निर्णय लिया है कि जब तक सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती तब तक वे वापस नहीं जाएंगे. सभी मुद्दों को हल करने में एक महीने से अधिक समय लगेगा’
आज गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन में हिस्सा ले रहे लोगों ने एक वैन में ब्लड कैंप आयोजित कर रक्तदान किया. रक्तदाता ने बताया हमने सोचा क्यूं न हम अपना रक्त दान करें जो किसानों और जवानों के काम आ सके. देश में किसी को भी खून की जरूरत हो उन्हें भी हमारा रक्त मिल.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से आज बंद हो गई क्योंकि पिछले 27 दिनों से गाजीपुर-गाजियाबाद (यूपी गेट) की सीमा पर नए कृषि कानूनों को रद्द करने का विरोध कर रहे किसानों ने अपने सभी मालवाहक वाहनों को रोक दिया. प्रदर्शनकारी किसानों ने गाजीपुर (दिल्ली-गाजियाबाद) सीमा को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया है. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर दिल्ली से गाजीपुर और गाजियाबाद की ओर जाने वाला यातायात प्रभावित हुआ क्योंकि दोनों ओर के मार्ग यातायात के लिए बंद हो गए।