त्याग की परिभाषा कर पाना बड़ा ही मुश्किल है। त्याग वही कर सकता है जिसका दिल बेहद बड़ा हो और वही या महसूस कर सकता है कि इसमें भी एक सुखद अनुभूति है। जब हम अपने लिए नहीं बल्कि किसी और के लिए किसी चीज का त्याग करते हैं तो हमें यह एहसास होता है कि हम किसी के काम आ रहे हैं और वही हमें मीठा सा सुकून दे जाता है।
हम अपने लिए तो हमेशा सोचते हैं लेकिन दूसरों के लिए भी कभी-कभी सोचना जरूरी हो जाता है। किसी की मदद करना किसी के काम आना और किसी के काम को पूरा करने के लिए अपनी खुशियों को कुछ समय के लिए भूल जाना है त्याग है।