रायपुर। छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है, रायपुर के लोगों को बहुत जल्द एक्सप्रेस-वे की सौगात मिल जाएगी। एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और जल्द ही इसे जनता के नाम लोकार्पित कर दिया जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे को 2018 में ही लोकार्पित किया था, लेकिन 2019 में सड़क धंस जाने की वजह से भ्रष्टाचार सामने आया और सरकार ने इसे बंद कर दिया। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने रायपुर शहर के ट्रैफिक जाम को कम करने रायपुर धमतरी छोटी रेल लाइन को बंद कर 313 करोड़ रुपए की लागत से एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया। 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने आनन-फानन में इसका लोकार्पण भी कर दिया। मई 2019 में एक्सप्रेस-वे को ट्रायल के लिए खोला गया था, लेकिन 8 अगस्त को तेलीबांधा ओवरब्रिज का एक हिस्सा धसक गया था। इसकी वजह से एक कार पलट गई और यात्री घायल हो गए। सरकार ने उसके बाद अलग-अलग एजेंसियों से इसकी जांच कराई औैर काम रुक गया। विभाग ने जिम्मेदारों पर कार्रवाई कर एक्सप्रेस-वे बनाने का काम दोबारा शुरू किया। लेकिन कोरोना और लॉकडाउन की वजह से काम खत्म करने की डेडलाइन हर बार आगे बढ़ती गई। बताया जा रहा है, एक्सप्रेस-वे के पूरी तरह से शुरू होने के बाद राजधानी को ट्रेफिक के दबाव से बड़ी राहत मिलेगी। इस सड़क के शुरू होने के बाद नवा रायपुर और रायपुर की दूरी भी महज 20 से 25 मिनट की रह जाएगी। एक्सप्रेस-वे जेल रोड से स्टेशन रोड, केनाल रोड, तेलीबांधा, वीआईपी रोड, मोवा, लोधीपारा रोड के इर्द-गिर्द के 70 हजार से ज्यादा लोगों को आसान रास्ता देगा।