अमेरिका में अब एक चर्च के बाहर गोलीबारी की घटना हुई है। यहां एक व्यक्ति ने गोलियां बरसाकर दो महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया। जबकि घटना को अंजाम देने वाला बंदूकधारी भी ढेर हो गया। यह घटना आयोवा प्रांत के एमएस शहर में स्थित कार्नरस्टोन चर्च के बाहर हुई।
स्टोरी काउंटी शेरिफ कार्यालय ने चर्च के पास दो महिलाओं सहित तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है। शेरिफ कैप्टन निकोलस लेनिन ने बताया कि ऐसा लगता है कि हमलावर ने खुद को गोली मारी थी। घटना की जांच की जा रही है। इधर, अमेरिका के विस्कांसिन में एक कब्रिस्तान में गोलियां चलाई गईं। एक अंतिम संस्कार के दौरान हुई इस घटना में दो लोग घायल हो गए। पुलिस की जवाबी कार्यवाई में हमलावर मारा गया।
बाइडन ने की हथियार खरीदने की उम्र बढ़ाकर 21 साल करने की वकालत
अमेरिकी स्कूलों में लगातार हो रही गोलीबारी की घटनाओं से चिंतित राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि बहुत हो चुका अब हथियार को लेकर कांग्रेस को सख्त कानून बनाना ही होगा। उन्होंने सांसदों से अपील की कि अगर हम घातक हथियारों व उच्च क्षमता वाली मैगजीन की बिक्री पर प्रतिबंध बहाल नहीं कर सकते तो कम से कम घातक हथियारों को खरीदने की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल कर देनी चाहिए। इसके साथ ही जिन्हें मानसिक समस्याएं हैं उनके भी हथियार खरीदने पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यह बातें व्हाइट हाउस में कहीं। उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह उवाल्डे के स्कूल में 19 छात्रों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया, अभी ओक्लाहोमा में चार लोग मारे गए, ऐसी बहुत सी गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं। आखिर हम और कितने नरसंहार का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझसे यह मत कहना कि घातक हथियारों को खरीदने की उम्र बढ़ाने से फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका में ज्यादातर लोग हथियारों पर प्रतिबंध चाहते हैं। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर सांसद हथियारों पर नकेल लगाने में नाकाम रहे तो मतदाताओं को नवंबर में होने वाले मध्यावधि चुनाव में इसे केंद्रीय मुद्दा बनाकर अपनी नाराजगी जतानी चाहिए।