नई दिल्ली- पहलवान और WFI विवाद में एक्शन लेते हुए खेल मंत्रालय ने फेडरेशन के सहायक सचिव विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया है। उन पर खिलाड़ियों से रिश्वत लेकर करोड़ों की संपत्ति बनाने का आरोप है। तोमर ने शनिवार शाम ही कहा था कि फेडरेशन के ज्यादातर लोग बृजभूषण शरण सिंह के साथ हैं और व्यक्तिगत तौर पर भी मुझे खिलाड़ियों के आरोप सही नहीं लगते। मैं बृजभूषण सिंह के साथ 12 सालों से जुड़ा हुआ हूं, वो ऐसे नहीं हैं। खिलाड़ियों के आरोप निराधार हैं। 3-4 दिन हो गए हैं और उन्होंने अभी तक कोई सबूत पेश नहीं किया है। भारत सरकार ने WFI की सभी एक्टिविटीज को स्थगित करने का निर्णय लिया है। यह रोक तब तक रहेगी जब तक कि निगरानी समिति गठित नहीं हो जाती और वह WFI की पूरी जिम्मेदारी नहीं संभाल लेती। इसका असर गोंडा में चल रही प्रतियोगिता पर भी पड़ेगा। सरकार ने प्रतियोगियों से लिए गए प्रवेश शुल्क को वापस करने का आदेश दिया है। खेल मंत्रालय के नोटिस का जवाब रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) ने दिया है। फेडरेशन की ओर से कहा गया- प्रदर्शन कर रहे खिलाड़ी अपने निजी हित के लिए WFI को बदनाम कर रहे हैं। विरोध के पीछे उनके पर्सनल एजेंडे हैं। WFI में अध्यक्ष या कोई भी मनमानी नहीं कर सकता है। यहां कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है।