
सूरत के लालगेट इलाके में गणेश उत्सव के दौरान रविवार देर रात 6 युवकों ने पंडाल पर पथराव किया। इसके विरोध में हजारों लोगों ने सड़क पर आकर प्रोटेस्ट किया। पुलिस ने पथराव करने वाले सभी 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पथराव की घटना का समर्थन करने वाले 27 अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है। सुबह से स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस की मौजूदगी में सुबह की आरती भी की गई। इलाके में करीब एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तार किए गए सभी लोग दूसरे धर्म के हैं। इनमें 2 नाबालिग भी हैं।
सैयदपुरा इलाके में ‘वरियावी चा राजा’ के नाम से मशहूर गणेश प्रतिमा पर 6 युवकों ने पत्थर फेंके। इनमें से 4 वयस्क और 2 नाबालिग हैं। आरोपी एक टेंपो में सवार होकर आए थे। पथराव के आरोपी भागने लगे, लेकिन आयोजकों ने सभी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद आरोपियों के परिवार और उनके इलाके के 200 से ज्यादा लोग पुलिस थाने पहुंच गए। इसी दौरान दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया और 10 से ज्यादा आंसू गैस के गोले छोड़े।
जिस गणेश पंडाल में पथराव की यह घटना हुई, वहां से पुलिस चौकी मात्र 100 मीटर ही दूर है। पुलिस चौकी के चारों ओर एक मुख्य सड़क और फिर अगल-बगल छह अन्य गलियां हैं। रात के करीब 10.30 बजे पुलिस थाने की एक गली से पथराव शुरू हुआ और इसके बाद तीन गलियों से पथराव होने लगा था। सूचना मिलते ही सूरत पुलिस की क्राइम ब्रांच, एसओजी, पीसीबी समेत सभी एजेंसियों के पुलिसकर्मी सैयदपुरा पहुंच गए थे।