प्रयास आवासीय विद्यालय रमतला बिलासपुर के लगभग 350 विद्यार्थियों ने कलेक्टर से छात्रावास अधीक्षक और अधीक्षका की शिकायत की। विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि मेडिकल के नाम से कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। साथ ही स्टोर्ट्स के सामान हैं और न ही मैदान। इससे पहले विद्यार्थी 42 डिग्री तापमान और कड़कती धूप में 10 किलोमीटर दूर स्थित छात्रावास से पैदल चलकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आश्वासन दिया कि तीन से चार रोज में जांच करवाएंगे। यदि शिकायत सही पाई जाती है तो दोषियों पर कार्रवाई भी होगी।
छात्र-छात्राओं ने बताया कि मेडिकल के नाम पर उनको कोई भी सुविधा उपलब्ध नहीं है। वहां न तो स्पोर्ट्स मैदान है और न ही खेल सामग्री। वे लोग पिछले एक साल स्पोर्ट्स सामग्री की मांग कर रहे हैं। वे जब भी मांग करते हैं तो बताया जाता है कि बजट नहीं है। नाश्ते के रूप में उन्हें जो दिया जाता है, उसमें भी कई बार कीड़े निकले हैं। शिकायत दर्ज कराने के बाद भी सुधार नहीं किया जाता है।
छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाया कि वार्डन धमकी देते हैं कि अगर तुम लोगों ने शिकायत की तो तुम्हारा कैरेक्टर सर्टिफिकेट खराब कर देंगे। इस भीषण गर्मी में छात्रावास के कई पंखे बंद हैं। छात्रा अंजलि ने बताया आज वे बहुत साहस के साथ यहां पहुंची हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि कलेक्टर पर जांच करेंगे और वार्डन को हटा दिया जाएगा। उनकी एक ही मांग है कि उन्हें एक नया वर्णन चाहिए, क्योंकि सुविधाओं के नाम पर उनके साथ खिलवाड़ हो रहा है। वे मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं, पढ़ाई भी सुचारू तरीके से नहीं हो पा रही है। कलेक्टर को जब यह ज्ञात हुआ कि 42 डिग्री तापमान में छात्र और छात्राएं 10 किलोमीटर पैदल चलकर आए हैं तो उन्होंने फौरन ही दो बस का इंतजाम किया और छात्रावास भेजा।