नई दिल्ली। अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के कब्जे के बाद देश में राष्ट्रविरोधी तत्व सक्रिय हो गए हैं। वहीं कानून का शिकंजा भी तेजी से इन अवांक्षनीय तत्व पर कसता जा रहा है। अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि असम पुलिस ने सोशल मीडिया पर तालिबान से संबंधित पोस्ट डालने के आरोप में कम से कम 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। असम के विशेष पुलिस महानिदेशक जीपी सिंह ने कहा है कि लोग ऐसे पोस्ट और लाइक को लेकर सावधान रहें। समाचार एजेंसीकी रिपोर्ट के मुताबिक इन 14 लोगों को असम पुलिस की साइबर सेल ने ट्रैक करने के बाद गिरफ्तार किया। गुवाहाटी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये आरोपी असम के 10 जिलों से गिरफ्तार किए गए हैं। असम में कम से कम 17 सोशल मीडिया प्रोफाइल को तालिबान से संबंधित विभिन्न पोस्ट करते हुए देखा गया है। इन पोस्टों में राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा अफगानिस्तान में तालिबान की गतिविधियों का समर्थन करते हुए टिप्पणियां की गईं। सभी पोस्ट बीते दो हफ्तों के दौरान डाले गए थे। पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट असम के 10 जिलों के 14 लोगों ने डालीं जबकि तीन अन्य ने दुबई, सऊदी अरब और मुंबई से भड़काऊ कंटेंट पोस्ट किए। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश उज्जैन के जीवाजीगंज थाना क्षेत्र की गीता कालोनी में गुरुवार रात को शरारती तत्वों ने पाकिस्तान और तालिबान जिंदाबाद के नारे लगाए। इसमें पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आठ नामजद आरोपितों में सात को गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने में शामिल किसी भी उपद्रवी को नहीं बख्शा जाएगा। वहीं पुलिस का कहना है कि वह वायरल वीडियो की छानबीन में जुटी हुई है। बाकी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।