बालोद। जिले के अंतिम छोर वनांचल क्षेत्र डौंडी विकास खंड स्थित आमाडुला के निमार्णाधीन आमाबाहरा बांध की दीवार टूट गई है। लगातार बांध के पानी निकासी से हजारों एकड़ खेतों में लगी धान की फसल पानी में डूब गई है। बालोद और कंकर जिला को जोड़ने वाली डौंडी चारामा मुख्य मार्ग में तीन फिट पानी भर गया है। जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। बता दें कि, बांध के टूटने से इलाके में पानी ही पानी नजर आ रहा है। लोग जान जोखिम में डालकर लोग आवागमन करने पर मजबूर हैं। वहीं खबर लिखे जाने तक मौके पर प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। वहीं जल संसाधन विभाग के डौंडी क्षेत्रीय कार्यालय में पहुंचने पर आॅफिस में ताला लटका मिला। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार 25 साल पहले से बन रहे बांध का निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है। शासन-प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी अब तक कोई सुनवाई नहीं की गई। वहीं ग्रामीण कमलेश कुमार दुग्गा बताते हैं कि, प्रशासनिक लापरवाही की वजह से आज तक यह बांध अधूरा पड़ा है। जिससे किसानों को हर साल कुछ ना कुछ नुकसान झेलना पड़ता है। बांध के टूट जाने से काफी तकलीफ हो रही है। वही आमाडुला गांव में सड़क के ऊपर 3 फिट पानी आ गया है, जिससे डौंडी और चारामा से संपर्क टूट चुका है। हजारों एकड़ किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। शासन-प्रशासन इस बांध का काम को जल्द से जल्द पूरा कराए ताकि समस्याओं से निजात मिल सके। वहीं एसडीएम मनोज मरकाम बताते हैं कि, बांध का गेट टूट चुका है। किसानों के खेतों में पानी जा रहा है। फसलों के नुकसान का मुआवजा प्रकरण तैयार कर जल्द ही किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। वहीं सड़क के ऊपर पानी बहने के बाद भी लोग जान जोखिम में डालकर सड़क पार कर रहे हैं। उनके लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जा रही है, ताकि कोई भी व्यक्ति जान जोखिम में डालकर नाले को पार ना करे। साथ ही जहां पर बांध टूटा है वहां पर भी सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं।