आयकर (आइटी) विभाग ने छापेमारी के दौरान शिवसेना पार्षद और बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के स्थायी समिति अध्यक्ष यशवंत जाधव और सहयोगियों के परिसरों से लगभग दो करोड़ रुपये जब्त किए हैं।
आइटी विभाग ने जाधव, उनके परिवार के सदस्यों, सहयोगियों और बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के कुछ ठेकेदारों के परिसरों पर तलाशी अभियान चलाया था। जाधव के एक सहयोगी बिमल अग्रवाल के घर की भी तलाशी ली गई। आयकर विभाग ने यहां से भी नकदी बरामद की। आरोप लगाया गया था कि जाधव ने 2018 और 2020 के दौरान बीएमसी के टेंडर दिलाने में मदद करने के लिए ठेकेदारों से पैसे लिए थे।
जाधव को कमीशन के तौर पर करीब 15 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। जाधव ने यह पैसा कुछ निजी फर्मों को दिया, जिन्होंने बाद में पूरी राशि को उनकी मुखौटा कंपनियों में स्थानांतरित कर दिया। शिकायत दर्ज होने के बाद आइटी विभाग ने जांच में पाया कि जाधव ने कथित तौर पर लगभग 15 करोड़ रुपये लिए थे। आइटी विभाग को प्रारंभिक जांच के दौरान पता चला था कि दुबई से उनके खाते में कुछ लेनदेन किए गए थे। इस लेन-देन को लेकर आयकर अधिकारियों ने जाधव और उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की।