
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मैसूर में प्रोजेक्ट टाइगर की स्थापना के 50 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में बाघ आकलन 2022 की रिपोर्ट जारी की। इसके अनुसार वर्ष 2018 (2967) की तुलना में देश में 200 बाघ बढ़कर 3167 हो गए हैं, पर बाघों की संख्या अभी भी बढ़ेगी। दरअसल, आज घोषित आंकड़े में सिर्फ वे बाघ शामिल हैं, जिनके ट्रैप कैमरे से फोटो लिए गए हैं और ट्रैप कैमरे वहीं लगाए जाते हैं, जहां बाघों की उपस्थिति का अनुमान हो।
जिन क्षेत्रों में बाघों की उपस्थिति की पुष्टि होती है, वहां ट्रांजिट लाइन खींचकर बाघों की उपस्थिति के प्रमाणों को इकट्ठा किया जाता है। उसी के आधार पर बाघों का आंकड़ा जारी होता है। आज आए आंकड़े में ट्रांजिट लाइन वाले बाघों की संख्या शामिल नहीं है। वहीं किस राज्य में कितने बाघ हैं, यह आंकड़े भी रोक लिए गए हैं। उम्मीद की जा रही है कि अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस (29 जुलाई) को यह आंकड़े घोषित किए जाएं। बता दें कि बाघ आकलन के दौरान मप्र में 711 बाघ गिने गए हैं।