रायपुर। उत्तर प्रदेश के लखीमपुरी खीरी जिले में प्रदर्शनकारी किसानों पर जीप चढ़ाकर हत्या की घटना से छत्तीसगढ़ में भी गुस्सा भड़क गया है। सरकार के मंत्रियों और विधायकों ने इस घटना की निंदा की है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार सुबह लखीमपुर खीरी के तिकुनिया के लिए रवाना होने वाले थे, इससे पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें रोकने का आदेश जारी कर दिया। अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली के रास्ते उत्तर प्रदेश में घुसने की कोशिश करेंगे। इसके लिए अब वे दिल्ली रवाना हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लखनऊ हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं मिलने के बाद रणनीति बदली गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 11.30 बजे की नियमित उड़ान से दिल्ली रवाना हुए हैं। वहां से वे छत्तीसगढ़ सदन जाएंगे। वहां से उत्तर प्रदेश जाने की योजना को अमली जामा पहनाने की कोशिश होगी। इससे पहले मुख्यमंत्री सचिवालय ने उनके 11 बजे विशेष विमान से लखनऊ हवाई अड्डे और वहां से लेबुआ होटल जाने का कार्यक्रम जारी किया था। थोड़ी देर बाद ही उसे टाल दिया गया। मुख्यमंत्री के लिए विशेष विमान सुबह ही रायपुर हवाई अड्डे पर पहुंच गया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने रणनीतिकारों और कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा करने के बाद दिल्ली जाने का फैसला किया। इससे पहले सुबह जैसे ही उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से एयरपोर्ट अथारिटी को जारी पत्र सामने आया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश सरकार मुझे राज्य में न आने देने का फरमान जारी कर रही है। क्या उत्तर प्रदेश में नागरिक अधिकार स्थगित कर दिए गए हैं। अगर धारा-144 लखीमपुर खीरी में लगी है तो लखनऊ में उतरने से क्यों रोक रही है तानाशाह सरकार?
किसानों की मौत के समाचार आने के साथ शुरू हुई थी हलचल
रविवार शाम लखीमपुर खीरी में हिंसा और प्रतिहिंसा की तस्वीरें कुछ साफ होने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर विरोध शुरू किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उस समय अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी से भयावह खबर आ रही है। किसानों की आवाज कुचलने की नाकाम कोशिशों के बाद अब किसानों को कार से कुचल दिया गया है। अब तक कुछ किसानों की मृत्यु एवं कई किसानों के घायल होने की खबर है। सत्ता के मदांध, किसानों की आवाज नहीं दबा पाएंगे।