रायपुर। छत्तीसगढ़ को अगले एक-दो दिनों में कोरोना वैक्सीन की नई खेप मिल जाएगी। इस खेप में 5 लाख 26 हजार डोज होंगे। यह खेप आ जाने से प्रदेश में चल रहे कोरोना टीकाकरण अभियान को बड़ी राहत मिलेगी। अभी सरकारी भंडारों में केवल चार दिन चलने लायक वैक्सीन की खुराकें बची हैं। छत्तीसगढ़ के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने बताया, राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में कोई बाधा नहीं आएगाी। जल्द ही केंद्र सरकार से वैक्सीन आने वाली है। तब तक की अवधि के लिए अभी राज्य में वैक्सीन उपलब्ध है। उन्होंने कहा, वैक्सीनेशन पहले की तरह चलता रहेगा। डॉ. ठाकुर अभी यह नहीं बता पाये हैं कि 5 लाख 26 हजार खुराकें पहले से लग रहे कोविशील्ड वैक्सीन की आएंगी अथवा हाल ही में शामिल किये गये को-वैक्सीन टीके की। केंद्र सरकार की ओर से वैक्सीन की खेप आने की तिथि भी अभी तय नहीं है। इस साल 12 जनवरी से अब तक प्रदेश को करीब 16 लाख कोविशील्ड और 77 हजार से 540को-वैक्सीन की खुराके मिली थीं। इनमें से करीब 12 लाख खुराकों का इस्तेमाल किया जा चुका है। अफसरों ने बताया है कि अभी प्रदेश भर के 1489 केंद्रों पर टीकाकरण चल रहा है। इनकी जरूरत के मान से कोविशील्ड की करीब 4 लाख खुराक और को-वैक्सीन की 31 हजार खुराक ही बची हुई है। मौजूदा टीकाकरण की दर से यह खुराके अगले चार से पांच दिन तक ही चल सकती हैं। राज्य सरकार ने पिछले दिनों 12 लाख नये टीकों की मांग भेजी थी। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखकर विशेषज्ञों ने 45 वर्ष के अधिक के बीमारों और 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने की सलाह दी है। रायपुर मेडिकल कॉलेज के क्रिटिकल केयर विषेषज्ञ डॉ. ओपी सुंदरानी ने कहा,बढ़ते संक्रमण के कारण अस्पताल की कउव में मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। इसलिए सभी को अत्यधिक सावधानी रखने की जरूरत है। बुजुर्गों को वैक्सीन के फायदे के बारे में बताना चाहिए और उन्हे लगवाने भी ले जाना चाहिए ताकि वे सुरक्षा घेरे में जल्दी आ जाएं। डॉ. सुंदरानी ने कहा,सर्दी, बुखार, खांसी आदि के लक्षण दिखने पर तुरंत कोरोना जांच कराना चाहिए क्योंकि छोटी सी लापरवाही भी घातक हो सकती है।