साल 2016 की बात है। महेंद्र सिंह धोनी भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ चुके थे। रेड बॉल क्रिकेट में विराट कोहली को टीम इंडिया का कप्तान बना दिया गया था। लेकिन, विराट इतने से संतुष्ट नहीं थे। वे जल्द से जल्द व्हाइट बॉल क्रिकेट यानी वनडे और टी-20 में भी कप्तान बनना चाहते थे। यह खुलासा पूर्व भारतीय फील्डिंग कोच आर. श्रीधर ने अपनी किताब, ‘कोचिंग बियोंड’ में किया है। पूर्व फील्डिंग कोच ने लिखा- 2016 में एक ऐसा वक्त आया, जब कोहली वनडे और टी-20 में भी टीम इंडिया के कप्तान बनने के लिए उत्सुक थे। तब टीम के हेड कोच रवि शास्त्री ने इस मसले पर हस्तक्षेप किया था। 52 साल के पूर्व फील्डिंग कोच श्रीधर लिखते हैं कि एक शाम को रवि शास्त्री ने विराट कोहली को बुलाया और कहा- देखो, धोनी ने टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी तुम्हें सौंप दी थी। इसके लिए आपको उनका सम्मान करना होगा। जब सही समय होगा तो वह आपको सीमित ओवरों के क्रिकेट में भी मौका देंगे। अगर अभी आप उनका सम्मान नहीं करते, कल जब आप कप्तान होंगे, तो आपको अपनी टीम से सम्मान नहीं मिलेगा। उनका सम्मान करें चाहे कुछ भी चल रहा हो। कप्तानी आपके पास आएगी, आपको कैप्टेंसी के पीछे भागना नहीं है।
विराट ने धोनी की कप्तानी में ही डेब्यू किया था
विराट ने धोनी की ही कप्तानी में साल 2008 में टेस्ट डेब्यू किया था। धोनी ने साल 2014 में टेस्ट क्रिेकेट से रिटायरमेंट का प्लान बनाया और विराट को कप्तानी सौंप दी। धोनी सौरव गांगुली की जगह कप्तान बने थे।