भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना देने वाले पहलवान विरोध में अब अपना मेडल गंगा में प्रवाहित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए वे हरिद्वार भी गए। मगर मेडल गंगा में प्रवाहित करने की जगह किसान नेता नरेश टिकैत को सौंप दिया। पहलवानों का हाई प्रोफाइल ड्रामा तय स्क्रिप्ट की तरह चला।
पहलवान अब तक वे अपना विरोध दर्ज करवाने और बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे। जब उनलोगों ने नए संसद भवन की ओर कूच किया तो पुलिस हरकत में आई और हिरासत में ले लिया। साथ ही जंतर-मंतर से धरनास्थल का टेंट भी उखाड़ दिया। पुलिस हिरासत से रिहा होने के बाद ये पहलवान अपने-अपने घरों को लौट गए।
अब रेसलर साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि मेडल्स गंगा में प्रवाहित करने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे। हमने पवित्रता से इन मेडल को हासिल किया था। इन मेडल को पहनाकर तेज सफेदी वाला तंत्र सिर्फ अपना प्रचार करता है। फिर हमारा शोषण करता है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को नहीं लौटाएंगे, क्योंकि उन्होंने हमारी सुध नहीं ली। उधर, बृजभूषण ने कहा कि पॉक्सो एक्ट का फायदा उठाकर इसका दुरूपयोग किया जा रहा है।