
न्यूयॉर्क। कोरोना वैक्सीन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी फाइजर इंक का कहना है कि उसने अपने कोविड-19 वैक्सीन के बारे में यूरोप की शीष्र दवा नियामक एजेंसी को कुछ दस्तावेज सौंपे थे, लेकिन एजेंसी पर साइबर हमला हो गया है। फाइजर व उसकी जर्मन साझेदार बायोएनटेक ने एक साझा बयान में कहा कि उन्हें यूरोपियन मेडिसिंस एजेंसी (ईएमए) द्वारा बताया गया था कि उनके प्रायोगिक वैक्सीन के लिए विनियामक को पेश डाटा में से कुछ, जो ईएमए सर्वर पर संग्रहित किए गए थे, उन्हें गैरकानूनी रूप से एक्सेस किया गया था।
-हमले का टीका समीक्षा पर प्रभाव नहीं
दवा कंपनियों ने कहा कि घटना के सिलसिले में उनकी कोई भी प्रणाली भंग नहीं हुई है। वे इस बात से अनजान हैं कि किसी भी अध्ययन प्रतिभागियों की पहचान डाटा तक पहुंच के माध्यम से की गई है। फाइजर और बायोएनटेक ने कहा है कि ईएमए ने उन्हें सूचित किया कि हमले का टीका समीक्षा के समय पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
शेयर के दाम में गिरावट
यूरोपीय नियामक पहले से ही एक रोलिंग के आधार पर क्लिनिकल ट्रायल डाटा का मूल्यांकन कर रहे हैं और वर्ष के अंत तक इसे हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। इस बीच फाइजर के शेयर बुधवार को न्यूयॉकज़् में 1.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 41.85 डॉलर पर बंद हुए।