रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह जी ने असल में गरीबों का चावल खाया है वह पच नहीं पा रहा है और इसी कारण से बार-बार वह इस प्रकार की बात कर रहे हैं। दरअसल एक दिन पहले ही भाजपा के एक कार्यक्रम में डॉक्टर रमन सिंह ने कहा था कि बिहार के चारा घोटाले की तरह छत्तीसगढ़ में गोबर घोटाला हो रहा है। मुख्यमंत्री बघेल ने इसी के जवाब में यह बातें कहीं। उन्होंने आगे कहा कि मैंने विधानसभा में कहा था रमन सिंहजी आपको नरवा घुरवा गरुवा बारी समझ में नहीं आएगा क्योंकि उनको स्काई वॉक, एक्सप्रेस वे, नया राजधानी है, बड़ी-बड़ी बिल्डिंग है, वह समझ में आता है। यहां के गरीब किसान मजदूरों की बात उनके समझ में नहीं आती है। गोधन न्याय योजना के तहत छत्तीसगढ़ की सरकार पशु पालकों से गोबर खरीदती है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसमें आॅनलाइन पेमेंट की जाती है और समितियों के माध्यम से काम होता है। सब कुछ पारदर्शी है। इसमें भ्रष्टाचार का सवाल ही नहीं उठता और रमन सिंहजी यह बताएं उनके कार्यकाल में वर्मी कंपोस्ट कितना तैयार हुआ? प्रदेश में हमारे कार्यकाल में अभी तक 32 लाख क्विंटल गोबर खरीदी की गई है। 8 हजार क्विंटल से अधिक वर्मी कंपोस्ट बनाया गया है।
प्रधानमंत्रीजी हठधर्मिता ठीक नहीं
किसान आंदोलन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आंदोलन में कितने किसानों की मौत हो गई, कितनों ने आत्महत्या कर ली और हजारों किसान अभी भी दिल्ली के चारों तरफ डेरा डालकर बैठे हुए हैं। प्रधानमंत्रीजी को बात मान लेना चाहिए, हठधर्मिता ठीक नहीं। जब छत्तीसगढ़ सरकार किसानों का धान समर्थन मूल्य खरीद रही है तो केंद्र सरकार क्यों नहीं खरीद सकती? उन्होंने कहा कि पिछले दिनों खाद्यमंत्री पीयूष गोयल से बात हुई थी, अधिकारी स्तर पर चर्चा भी हुई लेकिन एफसीआई में चावल जमा करने की अनुमति अभी तक के नहीं दी गई है।
15 साल कार्यकर्ताओें को भाजपा ने नहीं पूछा
इन दिनों भारतीय जनता पार्टी कार्यकतार्ओं के कार्यक्रम आयोजित कर रही है। ये उन्हीं कार्यकतार्ओं के पास जा रहे हैं जिनके पास वे 15 साल में कभी नहीं गए। रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ को खोखला करने का काम किया। अपनी कुर्सी बचाने के लिए किसी भी स्तर पर जाने से नहीं चूके।