
बीजापुर जिले में सरकार की नियद नेल्लानार और पुनर्वास नीति की सफलता ने एक और बड़ा कदम उठाया है। कंपनी नंबर 02 के पार्टी सदस्य सहित 13 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण कर दिया। इन पर कुल 23 लाख रुपये का इनाम घोषित था। यह घटना इस साल नक्सल उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि अब तक 241 नक्सलियों ने सरेंडर किया है।
सीआरपीएफ डीआईजी बीएस नेगी, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यूलेंडन यार्क, मयंक गुर्जर, उप पुलिस अधीक्षक विनीत साहू समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में इन नक्सलियों ने हथियार डाले। आत्मसमर्पण करने वाले सभी 13 माओवादियों पर फायरिंग, आईईडी ब्लास्ट और आगजनी जैसे गंभीर अपराधों के आरोप थे। सरकार ने प्रत्येक नक्सली को 50-50 हजार रुपये नगद राशि प्रदान की, जो पुनर्वास योजना का हिस्सा है।
इस साल बीजापुर और आसपास के क्षेत्रों में नक्सल विरोधी अभियान में उल्लेखनीय सफलता मिली है। अब तक 241 नक्सलियों ने सरेंडर किया, 270 को गिरफ्तार किया गया, और 126 नक्सलियों को मुठभेड़ में ढेर किया गया है। ये आंकड़े सरकार की सख्त नीति और स्थानीय लोगों के सहयोग को दर्शाते हैं, जो नक्सल उन्मूलन की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं।